कन्नड़ फिल्मों के मशहूर अभिनेता पुनीत राजकुमार का 29 अक्टूबर के दिन हार्ट अटैक से निधन हो गया। पुनीत राजकुमार की निधन की खबर सुनने पर पूरे साउथ इंडिया में शोक की लहर फैल गई। कई बड़ी हस्तियों ने पुनीत राजकुमार के निधन पर दुख जताया। 29 अक्टूबर की सुबह जिम में 2 घंटा कसरत करने के बाद उनकी छाती में दर्द शुरू हुआ जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया अस्पताल में उपचार के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई।
अभिनेता पुनीत राजकुमार के निधन के बाद नेत्रदान किया गया। पुनीत कुमार के पिता डॉक्टर राजकुमार ने भी अपने निधन के बाद नेत्रदान किया था। दरअसल डॉ राजकुमार ने साल 1994 में ही अपने पूरे परिवार का नेत्रदान करने का फैसला लिया था। साल 2006 में उनका निधन हुआ था जिसके बाद उनकी आंखों को दान कर दिया गया। ऐसा ही पुण्य का काम पुनीत राजकुमार ने भी किया। जानकारी के अनुसार पुनीत राजकुमार के निधन के 6 घंटे के बाद अस्पताल में आंखों का ऑपरेशन करने वाली टीम आई और उन्होंने पुनीत राजकुमार की आंखों का ऑपरेशन करके आंखें निकाल ली।
दरअसल उस समय अस्पताल में अभिनेता चेतन कुमार मौजूद थे जिनके सामने ही आंखों का ऑपरेशन करने वाली टीम अस्पताल पहुंची। चेतन कुमार ने इस बात की जानकारी दी। इसके साथ ही अभिनेता ने इसे मिसाल बताते हुए लोगों से अपील किया कि वह भी उनके पद्चिन्हों पर चलें और नेत्रदान करें’।
पुनीत राजकुमार ने फिल्मी दुनिया में पहला कदम साल 2002 में आई उनकी फिल्म अप्पू से रखा था। उसी फिल्म के बाद लोग पुनीत राजकुमार को अप्पू नाम से बुलाने लगे थे। पुनीत राजकुमार कन्नड़ फिल्मों के सबसे महंगे अभिनेता में से एक थे। उनका जन्म 17 मार्च 1975 को हुआ था और वह केवल 46 वर्ष की ही थी। पुनीत राजकुमार के पिता भी कन्नड़ इंडस्ट्री के बड़े अभिनेता थे। वे अक्सर पुनीत और उनकी बहन को फिल्मों के सेट पर शूटिंग देखने लेकर जाया करते थे। पुनीत राजकुमार के यूं अचानक चले जाने से उनके फैंस को बहुत बड़ा झटका लगा है। पुनीत कुमार ने अपने जीवित रहते हुए तो समाज सेवा के कई काम किए थे परंतु अब मरने के बाद भी उन्होंने नेत्रदान करके पार्थिव शरीर के द्वारा भी पुण्य का काम किया है।
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