80 और 90 के दशक में आई सीरियल महाभारत बीआर चोपड़ा के द्वारा बनाई गई थी। महाभारत लोगों को काफी पसंद आई थी और हर घर में देखी जाती थी। इस महाभारत का लोगों को पसंद आना इसलिए भी वाजिब था क्योंकि इस महाभारत में दिखाया गया हर किरदार एक आईकॉनिक किरदार बन गया था। जिसमें महानायक की भूमिका नितीश भारद्वाज ने श्री कृष्ण के रूप में निभाई थी। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि नितीश भारद्वाज श्री कृष्ण की भूमिका निभाने के लिए बिल्कुल भी राजी नहीं थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नीतीश भारद्वाज पहले अभिमन्यु का किरदार निभाना चाहते थे। लेकिन उन्हें शुरुआत में विदुर का किरदार निभाने के लिए कहा गया था। नितीश भारद्वाज इस किरदार को निभाने के लिए तैयार भी थे लेकिन अचानक उनकी मुलाकात रवि चोपड़ा से हुई और उन्होंने उनसे बताया कि नीतीश की उम्र अभी 24 साल ही है और सीरियल में धीरे-धीरे विदुर बुढ़े किरदार में दिखाए जाने वाले हैं इसलिए वह विदुर का किरदार नहीं निभा सकते। विदुर का किरदार फिर वीरेंद्र राजदान को दे दिया गया था।
इसके बाद नितीश भारद्वाज को और भी कई किरदार ऑफर किए गए जिनमें नकुल और सहदेव का भी किरदार था लेकिन नीतीश भारद्वाज को वह सारे किरदार निभाने में कोई रुचि नहीं थी। नितीश भारद्वाज चाहते थे कि वह अभिमन्यु का ही किरदार निभाए। इसी बीच रवि चोपड़ा ने उनसे कहा कि वे श्रीकृष्ण की भूमिका निभाएंगे। श्री कृष्ण की भूमिका निभाने के लिए नीतीश भारद्वाज थोड़ा संकोच कर रहे थे क्योंकि वह अनुभवी नहीं थे और श्री कृष्ण की भूमिका महाभारत में महानायक यानी सबसे प्रमुख भूमिका थी।
श्री कृष्ण की भूमिका निभाने के लिए नीतीश भारद्वाज को स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया गया लेकिन नीतीश भारद्वाज स्क्रीन टेस्ट देने पहुंचे ही नहीं। रवि चोपड़ा से बचते बचाते भागने लगे। क्योंकि वे चाहते थे कि श्री कृष्ण का किरदार किसी अनुभवी कलाकार को दिया जाए। लेकिन रवि चोपड़ा ने ठान लिया था कि चाहे कुछ भी हो श्री कृष्ण का किरदार नितीश भारद्वाज ही निभाएंगे। लेकिन नीतीश भारद्वाज है कि रवि चोपड़ा के संपर्क में आ ही नहीं रहे थे।
इसी किस्से पर कहते हुए नीतीश भारद्वाज ने बताया था कि “मैं उस समय कोल्हापुर में अपनी दूसरी मराठी फ़ीचर फ़िल्म की शूटिंग कर रहा था। उस समय हम आउटडोर शूट्स के लिए जाया करते थे और हमें लैंडलाइन के ज़रिए संदेश दिए जाते थे जो होटल वापस आकर ही मिल पाते थे। मुझसे कहां गया कि आप अपनी मां को फोन करके बात करिए, मां ने बताया कि गूफ़ी पेंटल ने फ़ोन करके श्री कृष्ण का स्क्रीन टेस्ट देने के लिए तुम्हे बुलाया है। मैंने मां से उन्हें मना करने को कह दिया क्योंकि मुझे लग रहा था कि मैं वो रोल नहीं कर पाऊंगा। मां ने ऐसा नहीं किया।”
इसी दौरान नीतीश भारद्वाज एक डबिंग सेशन करने के लिए पीआर टीवी के स्टूडियो पहुंचे हुए थे और सहयोग से वहीं पर उनकी मुलाकात बीआर चोपड़ा से हो गई। बी आर चोपड़ा ने नितेश भारद्वाज से पूछा कि आखिर तुम स्क्रीन टेस्ट देने से भाग क्यों रहे हो भाई? इस पर नितीश भारद्वाज ने उनसे कहा कि श्रीकृष्ण की भूमिका किसी अनुभवी व्यक्ति को दे दीजिए। लेकिन बीआर चोपड़ा ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें स्क्रीन टेस्ट देने के लिए बनवा लिया। आखिरकार महाभारत बनी और नीतीश कुमार श्री कृष्ण के किरदार में काफी ज्यादा पसंद किए गए।
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