हाल ही मैं टोक्यो पैरालंपिक के राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली अवनी लेखरा ने एक और उपलब्धि प्राप्त कर ली है। अवनी लेखरा ने 50 मीटर राइफल शूटिंग में तीसरा क्रमांक प्राप्त करते हुए ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम कर लिया है। अवनी लेखरा टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला तो बन ही गई थी इसके साथ ही अब वे पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वाली भी पहली भारतीय महिला बन चुकी है।
अवनी लेखरा ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1 स्पर्धा में कुल 445.9 का स्कोर प्राप्त करके तीसरे स्थान को अपने लिए आरक्षित करते हुए ब्रोंज मेडल जीत लिया। वही प्रथम स्थान पर चीन की झांग क्यूपिंग रही जिन्होंने 457.9 का स्कोर बनाते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। वहीं दूसरे स्थान पर जर्मनी की हिलट्रॉप नताशा ने 457.1 का स्कोर बनाकर सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया।
बता दें कि अवनी लेखरा ने बीते रविवार को ही टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर शूटिंग राइफल में गोल्ड मेडल अपने नाम करते हुए पूरे देश का नाम रोशन कर दिया था। जिसके बाद पूरे देश में अवनी लेखरा की मेहनत और लगन से प्राप्त की गई इस सफलता की काफी सराहना और प्रशंसा की थी साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अवनी लेखरा साल 2012 में एक दुर्घटना का शिकार हो गई थी जिसके कारण उनकी रीड की हड्डी में चोट लगी थी। चोट लगने के बाद लगभग 6 महीने तक अवनी लेखरा बेड रेस्ट पर ही रही थी। परंतु अवनी लेखरा के पिता ने उन्हें जिंदगी से हिम्मत ना हारते हुए खेल की तरफ बढ़ने की प्रेरणा दी और आज अवनी लेखरा ने ना केवल अपने पिता का बल्कि पूरे देश का नाम रोशन कर दिया।
इससे पहले भारत को एक ही खेल में एक से ज्यादा पदक जोगिंदर सिंह सोढ़ी ने 1984 में दिलाया था। वो भारत के पहले खिलाडी बने थे एक से ज्यादा पदक जीतने वाले।
