हर कोई चाहता है कि उसकी शादी बड़ी ही यादगार बने और इसके लिए लोग अपने अपने तरीके से कार्य करते भी है. अगर हम लोग सही मायनों में देखते है तो लोग इसके लिए बहुत बड़े बड़े इवेंट आयोजित करते है और कई सारी चीजे करते है मगर आज हम आपको जिस शादी के बारे में बताने जा रहे है वो तो अपने आप में एक तरह से अनोखी ही रही है और आप ये कह सकते है कि ये शादी जमीन पर नही बल्कि पानी में हुई है और ये काफी यूनिक है.
इंजिनियर पति और पत्नी ने चेन्नई के तट पर सुबह समंदर के नीचे जाकर की शादी
ये अपने प्रकार की यूनिक और ऐतिहासिक शादी हुई जिसमे आईटी इंजिनियर वी चिन्नूदराई और एस श्वेता ने शादी की. पंडित के बताये मुहूर्त के अनुसार ये दोनों चेन्नई के समंदर तट पर पहुंचे और वहाँ पर इन्होने सुबह के साढ़े 7 बजे फेरे लिए. इसी के साथ में इन्होने फिर पानी के अन्दर गोता लगाया और पूरे 60 फीट नीचे गये और वहाँ पर जाकर के एक दुसरे को वरमाला, अंगूठी पहनाई और फिर बहुत ही धूमधाम के साथ में पानी में ये शादी कर ली.
12 साल से स्कूबा डाइविंग कर रहा है दूल्हा, दुल्हन डर रही थी
दूल्हा पिछले 12 सालो से स्कूबा डाइविंग कर रहा है और वो न सिर्फ स्विमिंग में बहुत ही चैंपियन आदमी है बल्कि साथ ही साथ में वो डाइविंग भी वक्त ही वक्त पर करता था है सो उसका एक तरह से ये शौक ही बन गया था कि वो ये सब करे. अब इतने सालो से वो डाइविंग करते करते परफेक्ट हो गया था लेकिन दुल्हन की बात करे तो वो शुरू शुरू में इससे काफी ज्यादा घबरा रही थी क्योंकि उसने पहली बार ऐसा कुछ होते हुए देखना था.
शुरू में तो श्वेता ने मना किया कि वो ऐसा नही करेगी लेकिन फिर दूल्हे ने उसे मना लिया और थोड़ी प्रैक्टिस के बाद में दुल्हन ने काफी आत्मविशवास के साथ में पति के साथ समंदर में छलांग लगाई और काफी अच्छे से उसने ये करके दिखा दिया. अब श्वेता का कहना है कि उसके लिए इस तरह की शादी अपने आप में एक अनोखे अनुभव की तरह थी. उसने अपने आस पास मछलियों को तैरते हुए देखा और ये अपने आप में अद्भुत था.
समंदर को साफ़ और प्लास्टिक फ्री रखने का दिया सन्देश
इन दोनों ही दूल्हा और दुल्हन ने इस शादी के जरिये लोगो को सन्देश देने की कोशिश की है कि समंदर को साफ़ सुथरा रखा जाए, जो तेजी से आप प्लास्टिक को यहाँ पर डम्प कर रहे है उसे भी रोका जाए तब ही आप आगे चलकर के अच्छे तरीके से कार्य कर पायेंगे और चीजे बेहतर होगी.
