साल 2018 बैच की आईएएस अधिकारी तपस्या परिहार अपनी शादी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोर रही है। तपस्या परिवार एक किसान की बेटी है। अपनी शादी में तपस्या परिहार ने अपने पिता को कन्या दान करने से मना करते हुए कहा था कि मैं दान करने की चीज नहीं आपकी बेटी हूं। तपस्या परिहार के द्वारा कही गई इस बात कि सोशल मीडिया पर काफी प्रशंसा की जा रही है।
आईएएस अधिकारी तपस्या परिहार मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले स्थित जोवा गांव से आती है। उनके पिता विश्वास परिहार एक किसान है और इसी गांव में खेती किसानी करते हैं। उन्होंने काफी मेहनत करके अपनी बेटी को इस काबिल बनाया कि वह अब आईएएस अफसर बन चुकी है। तपस्या परिहार की शादी गर्वित गंगवार से तय की गई थी। गर्वित गंगवार भी IFS अधिकारी है।
पहले हुई थी कोर्ट मैरिज
गर्वित गंगवार और तपस्या परिहार की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान मसूरी में हुई थी। बता दें कि जहां तपस्या परिहार एमपी कैडर की आईएएस अधिकारी है और उन्होंने यूपीएससी में 23 वां रैंक हासिल किया था। वही गर्वित गंगवार तमिलनाडु कैडर के आईएफएस अधिकारी हैं। यही कारण था कि गर्वित गंगवार ने अपने कैडर को बदलवाने के लिए अर्जी दाखिल की थी। कैडर बदलवाने के लिए गर्वित गंगवार ने अपनी शादी का कारण दिया था जिसके कारण बीते जुलाई महीने में ही गर्वित और तपस्या ने कोर्ट मैरिज की थी।
कन्यादान के समय तपस्या ने कहीं यह बात
कोर्ट मैरिज होने के बाद अब बीते 5 दिन पहले मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में पूरे रीति रिवाज और पारंपरिक तरीके से गर्वित और तपस्या की शादी कराई गई। शादी की सारी रस्में निभाई जा रही थी जिनमें से एक कन्यादान की रस्म भी थी। लेकिन तपस्या ने कन्यादान की रस्म करने से साफ इंकार कर दिया और अपने पिता से कहा कि मैं दान करने की चीज नहीं हूं आपकी बेटी हूं। इसके बाद कन्यादान की रस्म किए बिना ही तपस्या और गर्वित की शादी करा दी गई।
तपस्या ने कहा कि मैं ऐसी रीति-रिवाजों में विश्वास नहीं रखती। उन्होंने कहा कि जब दो परिवार एक हो रहे हैं तो इनमें दान जैसी कोई चीज नहीं होनी चाहिए। तपस्या परिहार के द्वारा उठाए गए इस कदम पर हर कोई उनकी प्रशंसा कर रहा है। वही उनके पिता ने भी उनके द्वारा किए गए इस कार्य के लिए उनकी तारीफ की।
