हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताने जा रहे हैं जो अपने द्वारा लिए गए एग्रीकल्चर लोन चुका नहीं पाने के कारण जंगल में रहने के लिए चला गया और बीते 17 वर्षों से जंगल में ही रहता है। हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उनका नाम चंद्रशेखर गौड़ा है। उनकी उम्र 56 वर्ष है। इनका कोई परिवार नहीं है और वह बीते 17 वर्षों से घने जंगलों में अपनी एक सफेद एंबेसडर कार में ही जिंदगी जी रहे हैं।
दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया के पास एक बहुत ही घना जंगल है उसी जंगल में चंद्रशेखर रह रहे हैं। बताया जाता है कि साल 2013 में उन्होंने एक सहकारी बैंक से ₹40000 लोन लिया था। लोन लेने के बाद वह सारे पैसे खर्च हो गए और फिर जब चुकाने की बारी आई तो बहुत मेहनत से पैसा कमाने के बावजूद भी चंद्रशेखर वह लोन नहीं चुका पाए जिसके कारण बैंक ने उनकी 1.5 एकड़ जमीन नीलाम कर दी। इस बात का चंद्रशेखर को बहुत बुरा सदमा लगा।
This Karnataka man living in his Hindustan Ambassador for the past 17 years in Jungle pic.twitter.com/60Lst7cPrv
— sanatanpath (@sanatanpath) October 8, 2021
चंद्रशेखर के पास अपना रहने का कोई भी घर नहीं था जिसके कारण वे खेत नीलाम होने के बाद अपनी बहन के घर रहने चले गए। कुछ समय बाद बहन के परिवार वालों से उनकी अनबन हो गई जिसके कारण वे सब कुछ छोड़कर जंगल में रहने के लिए चले गए और साथ में अपनी सफेद एंबेसडर कार भी ले गए। चंद्रशेखर पिछले 17 वर्षों से जंगल में ही रह रहे हैं और सामान्य लोगों से काफी कम ही संपर्क में आते हैं।
जंगल में रहते हुए चंद्रशेखर की हालत बहुत खराब हो चुकी है। उनसे मिलने के लिए जंगल के 3 से 4 किलोमीटर अंदर जाना पड़ता है। चंद्रशेखर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जंगल में रहते हुए उनकी हालत बहुत ही नाजुक हो चुकी है। उन्होंने कई दिनों से बाल नहीं काटे और दाढ़ी भी बढा रखी है। उनके शरीर से हड्डियां दिखाई देती है। चंद्रशेखर यही जंगल में नदी से नहाते हैं और जंगल में बांस से टोकरिया बनाते हैं।
चंद्रशेखर टोकरियो को पास के ही गांव में बेचते हैं। और बदले में वे अपने लिए राशन लेते हैं। बीते 17 वर्षों से चंद्रशेखर का यही रूटीन चल रहा है। चंद्रशेखर चाहते हैं कि उनकी खोई हुई जमीन उन्हें वापस मिल जाए और वह फिर से अपनी पुरानी जीवन में वापसी कर सके। आज के समय में जब दुनिया आधुनिकता की ओर अग्रसर हो रही है ऐसे में चंद्रशेखर का यु जंगल में जाकर बस जाना बहुत आश्चर्यचकित करने वाली बात है।
