अक्सर किसी इमारत या किसी भवन के निर्माण के लिए जमीन की खुदाई की जाती है तो उसमें से पुराने समय की मूर्तियां शिलालेख और अन्य कई अवशेष निकलते हैं। ऐसे ही खुदाई का काम उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में चल रहा है जिसके दौरान खुदाई काम करने वाले मजदूरों को एक शिवलिंग और भगवान विष्णु की मूर्तियां प्राप्त हुई है।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही के दिनों में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के परिसर को और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है। इसी काम के दौरान कई जगहों पर खुदाई भी करनी पड़ रही है। खुदाई का काम चल ही रहा था कि अचानक मजदूरों को एक गड्ढे में से शिवलिंग और भगवान विष्णु की मूर्ति प्राप्त हुई। जिसके बाद खुदाई करने वाले मजदूरों ने इस बात की जानकारी मंदिर प्रबंधन को दी। और फिर मंदिर प्रबंधन के लोगों ने खुदाई में से शिवलिंग और मूर्तियां निकलने की घटना की जानकारी तुरंत पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को सूचित की।

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पुरातत्व विभाग के अधिकारी कुछ ही समय बाद उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में आ पहुंचे। पुरातत्व विभाग के अफसरों ने खुदाई में से निकली हुई भगवान विष्णु की मूर्ति और एक शिवलिंग का अनुकरण किया। बहुत जांच पड़ताल और विश्लेषण करने के बाद पुरातत्व विभाग के अफसरों ने बताया कि यह मूर्ति और शिवलिंग 9वी से दसवीं शताब्दी के बीच का प्रतीत हो रहा है।
मौके पर पुरातत्व विभाग के अधिकारी देवेंद्र सिंह जोधा उपस्थित थे। देवेंद्र सिंह जोधा ने बताया कि इस शिवलिंग और मूर्ति का और बारीकी से विश्लेषण किया जाएगा और संबंधित जानकारी साक्ष्यों के आधार पर साझा की जाएगी।

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बता दें कि उज्जैन महाकाल परिसर से इसके पहले भी एक बार शुंग कालीन मूर्तियां और एक बार परमार कालीन मूर्तियां और उनके अवशेष प्राप्त हो चुके हैं। इसके साथ ही इस परिसर से कुछ समय पहले गुप्तकालीन इमारतों की ईटीवी खुदाई में मिल चुकी है। इसी जगह से एक दीवार भी मिली है। बताया जा रहा है कि वह दीवार इक्कीस सौ वर्ष पुरानी हो सकती है। खुदाई में शिवलिंग और भगवान विष्णु की मूर्ति निकलने के आधार पर पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस जगह पर पुरातन समय में एक भव्य मंदिर रहा होगा जिसकी पुष्टि अभी तक हो नहीं पाई है।
