कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें मेहनत मजदूरी करके पैसे कमाना बहुत ही अलग भरा काम लगता है पूर्णिया इसलिए वे पैसे कमाने की नई-नई युक्तियां सोचते रहते हैं और उसे अमल में लाते हैं। कुछ लोग पैसे कमाने के लिए चोरी करते हैं तो कुछ लोग पैसे कमाने के लिए भीख मांगते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो विकलांगता झूठा ढोंग करके लोगों से पैसे आते हैं। ऐसे ही एक फर्जी दिव्यांग व्यक्ति का और उसके गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो दिव्यांग होने का नाटक करके लोगों से ट्रैफिक सिग्नल और चौराहों पर पैसे मांगता था।

आज तक के मुताबिक दरअसल यह घटना मध्यप्रदेश राज्य की आर्थिक राजधानी इंदौर जिले की है। इंदौर जिले के एल आई जी चौराहे पर एक 25 वर्ष का युवक दिव्यांग होने का नाटक करता हुआ लोगों से पैसे मांग रहा था। संयोग से वहां पर बंदोबस्त में खड़े हुए एक पुलिसकर्मी को उस दिव्यांग युवक पर शक हुआ और उस पुलिस कर्मी की सतर्कता और सजगता के कारण दिव्यांगता का नाटक करके लोगों से पैसे रखने वाले उस 25 वर्षीय युवक को धर दबोचा गया।
बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस कर्मी सुमंत सिंह अपनी ड्यूटी कर रहे थे तभी उनके सामने यह 25 वर्ष का युवक दिव्यांग बंद करके और एक हाथ कटा होने का नाटक करता हुआ लोगों से पैसे मांग रहा था। तभी सुमन सिंह ने सोचा कि क्यों ना इस युवक के हाथ का ऑपरेशन करवा कर इसे नया हाथ लगाकर इसकी जीवन में खुशियां लाई जाए और इसके जीवन में नया परिवर्तन लाया जाए।
सुमन सिंह उस युवक के पास पहुंचे तो देख कर के हैरान रह गए। सुमन सिंह ने देखा कि उस भिखारी का एक हाथ कटा नहीं है। बल्कि उसने अपना एक हाथ अपनी पीठ के पीछे कुर्ते के अंदर छुपा रखा था। जैसे ही उस अधिकारी की पोल खुल गई तो वहां से वह भागने की कोशिश करने लगा। तभी सुमंत सिंह ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने के बाद वह भिकारी दोनों हाथ जोड़कर सुमंत सिंह से माफी मांगने लगा।
फिर बाद में सुमन सिंह उसे पुलिस स्टेशन ले गए और वहां पर उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने और भी बड़ा खुलासा किया। दिव्यांगता का नाटक करने वाले उस अधिकारी ने कहा कि उन लोगों का एक पूरा समूह है। उनके समूह में ऐसे ही बहुत सारे दिव्यांगता का नाटक करने वाले अधिकारी है जो लोगों की भावनाओं का गलत फायदा उठाकर उनसे पैसे आते हैं। पहले इन लोगों का समूह दिल्ली में सक्रिय था। बाद में वहां से पकड़े जाने के बाद इन लोगों ने अपना डेरा इंदौर में जमाया। यदि ऐसा ही चलता रहा तो देश में जो सचमुच दिव्यांग लोग हैं उन पर भी भरोसा करना आम जनता के लिए काफी मुश्किल हो जाएगा। आप लोग भी ऐसे ढोंगी लोगों से सतर्क रहिए और सजग रहिए।
