आज के समय में जहाँ पर एक व्यक्ति सरपंच भी बन जाता है तो पूरा गाँव उसकी जय जयकार करने लग जाते है और सिर्फ वो ही नही बल्कि उसके करीबी लोग भी करोडपति हो जाते है. राजनीति को एक तरह से लोगो ने व्यवसाय की तरह देखना शुरू कर दिया जिसके कारण यहाँ पर आपसी सम्मान और मदद की भावना समाप्त हो रही है. मगर यहाँ हम आपको जिसके बारे में बताने जा रहे है वो अपने आप में एक बहुत ही बढ़िया और बेहतरीन उदाहरण है इस दुनिया में जो तरक्की का कारण बन रहे है.
योगी आदित्यनाथ की बहन शशि देवी, मंदिर के बाहर बेचती है प्रसाद और चाय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपनी एक बहन है जिसका नाम है शशि देवी और वो कोठार गाँव में रहती है. वहां पर रहते हुए उनको कई साल बीत चुके है और वहाँ पर वो एक नीलकंठ मंदिर के आगे अपनी एक दूकान लगाती है और वहां पर अपनी तरफ से प्रासाद और चाय आदि बेचकर के जो भी गुजारा मिल पाता है उससे वो अपना घर चलाती है. हर रोज का उनका कई सालो से यही दैनिक काम रहा है.
चाहती है भाई पहाड़ी लोगो का भी भला करे बहन शशि देवी अपने भाई योगी आदित्य नाथ से कुछ भी अपने लिए नही चाहती है लेकिन वो इतना जरुर कहती है कि हम पहाड़ी लोग है इसलिए मैं चाहती हूँ कि जो पहाड़ी लोग होते है उनके भले के लिए भी वो कुछ काम जरुर करे. जब मेने सुना कि मेरा भाई सीएम बन गया है तो फिर मैं तो हर साधू में भी मेरे भाई को ही देखने लगी थी. योगी आदित्यनाथ से कभी भी उन्होंने कोई गलत फायदा उठाने की बात सोची तक नही है.
ऐसा ही कुछ पीएम मोदी के परिवार का भी हाल है. दोनों के ही परिवार के लोग यही कहते है कि जितना हो सकता है हम लोगो को अपने आपको इस तरह के लालच से बचाकर के रखना है. कही न कही ये चीज इतना भी तो बताती है कि लोग चाहे तो इस तरह से जी सकते है.
