प्रतिवर्ष नवरात्रि देश के विभिन्न कोनों में काफी धूमधाम से मनाई जाती है। इस अवसर पर अनेक मंदिरों को सुशोभित किया जाता है और काफी आकर्षक स्वरूप में इन मंदिरों की सजावट की जाती है। भक्तों का ध्यान आकर्षित करने के लिए मंदिरों में सजावट के विविध स्वरूप भी हमें देखने को मिलते हैं। ऐसे ही आंध्र प्रदेश के एक मंदिर की सजावट काफी अनोखी की गई है। इसे देखने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आ रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले का वासवी कन्यका परमेश्वरी मंदिर इस वर्ष की नवरात्रि और दशहरे के लिए काफी अनोखे तरीके से सजाया गया है। जानकारी के अनुसार इस मंदिर में इस बार भारतीय करेंसी नोटों से सजावट की गई है। इस मंदिर की पूरी सजावट के लिए करीब 5 करोड़ 16 लाख रुपयों के करेंसी नोटों का उपयोग किया गया है। इतनी अधिक धनराशि का उपयोग करते हुए मंदिर की सजावट किया जाना आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इस मंदिर में सजावट के लिए गुलदस्ते से लेकर फूल और झालर तक सब कुछ करेंसी नोटों से ही बनाया गया है। सजावट के लिए 10 से लेकर 2000 तक के नोटों का उपयोग किया गया है। इन करेंसी नोटों को इस तरीके से सजाया गया है कि दूर से देखने पर शायद ही कोई पहचान पाएगा कि यह करेंसी नोट है। बता दें कि यह पहला अवसर नहीं है जब मंदिर पर इतने करोड़ों रुपयों का डेकोरेशन किया गया है। इसके पहले भी इस मंदिर को इसी प्रकार से करते हुए सजाया गया है।
नेल्लोर जिला प्राधिकरण के अध्यक्ष और इस मंदिर कमेटी के सदस्य मुक्कला द्वारकाधीश ने बताया कि यह मंदिर करीब 130 वर्ष पुराना है और मंदिर में भक्तों की काफी आस्था है। इस मंदिर को काफी चढ़ावा भी आता है और बताया जा रहा है कि इस बार मंदिर में 7 किलो सोना और 60 किलो चांदी का चढ़ावा भी आया है। बता दें कि बीते 4 वर्षों से इस मंदिर का रिनोवेशन का काम चल रहा था जो अभी पूर्ण हुआ है। रिनोवेशन के इस काम में करीब 11 करोड रुपए खर्च हुए हैं। इस मंदिर में दशहरा एवं नवरात्रि के लिए 100 से अधिक वॉलिंटियर्स दिन रात काम कर रहे हैं।
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