दोस्तों आमतौर पर हम लोहे की या लकड़ी की या फाइबर की कुर्सियां ही देखते हैं। यह सारी खुशियां फैक्ट्री में बनाई जाती है। परंतु का आपने कभी सुना कि कोई कुर्सी पेड़ पर उगे जा रही है। तो दोस्तों इस लेख में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो पेड़ पर कुर्सियां उगा रहा है। न केवल कुर्सियां उगा रहा है बल्कि ऐसा करके वह अच्छे खासे पैसे भी कमा रहा है।
इस पेड़ पर उगाई जाती है कुर्सियां
इंग्लैंड के शहर डर्बीशायर डील्स में रहने वाले गैविन मुनरो पेड़ पर कुर्सियां उगाने का काम करते हैं। दरअसल यहां पर एक पेड़ पाया जाता है जिसका नाम है विलो। इस पेड़ की टहनियां काफी लचकदार और घुमावदार होती है। पेड़ की टहनियां जैसे-जैसे बढ़ती है वैसे-वैसे वह कुर्सी का आकार लेती जाती है। हालांकि इसे मेन पावर के जरिए भी कुर्सियों के आकार में ढाला जाता है। बेल पर उगने वाली यह कुर्सियां काफी आरामदायक होती है और फैक्ट्री में बनी हुई कुर्सी से भी ज्यादा आराम देती है।
एक कुर्सी बनाने के लिए लगते हैं 9 साल
बता दें कि इस पेड़ पर एक कुर्सी उगने के लिए लगभग 6 से 7 साल का समय लगता है। इसलिए गेविन कहते हैं कि अगर किसी को कुर्सी बनाने का ऑर्डर देना हो तो उसे आज से लगभग 8 साल बाद ही कुर्सी तैयार होकर मिलेगी। गेविन इस काम में अपनी पत्नी एलिस का भी साथ लेते हैं। दोनों पति-पत्नी मिलकर कुर्सियां बनाने का काम करते हैं।
कुर्सी की कीमत
बता दें कि यह एक कुर्सी लगभग चार से साडे चार लाख रुपये की बेची जाती है। एलिस और गैविन अपने इन पेड़ों का काफी अच्छे से ख्याल रखते हैं। बता दें कि यह पेड़ सामान्य पेड़ की तरह ही बढ़ते जाते हैं इसलिए हर 5 वर्षों में इन पेड़ों की कटाई करनी पड़ती है ताकि इस पेड़ की टहनियां कुर्सी के आकार में अपने आप को ढालती रहे। कुर्सियां बनाने के लिए गैविन लोहे की फ्रेम का भी उपयोग करते हैं और उस फ्रेम के अंदर इस लकड़ी की कुर्सी को फिट करते हैं।
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